रहने दो कि अब तुम भी मुझे पढ़ न सकोगेे

रहने दो कि अब तुम भी मुझे पढ़ न सकोगेे
बरसात में काग़ज़ की तरह भीग गया है।
‪#‎बाकी_सिद्दीकी‬