दास्ताँ ऐ इश्क़ सुन के


दास्ताँ ऐ इश्क़ सुन कर मेरी, यारजी।
आइना रोता रहा, हम आँखे पोछते गए।।


Dastan ae ishq sun kar meri yaarji
Aaina rota raha, hum aankhe pochhte gye

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